Hindi_Stories
सबसे गरीब आदमी हिन्दी
पुराने समय की बात है। एक महात्मा थे, सिद्ध और विवेकशील। मार्ग में एक बार उन्हे पड़ा हुआ एक पैसा मिला। महात्मा ने उसे झुककर उठा लिया। परन्तु वे सोचने लगे, भिक्षा में मुझे भोजन तो मिल जाता है। फिर क्यो मैंने यह पैसा उठा लिया..............
चतुर बनिया हिन्दी
एक बनिया था। वह बहुत कंजूस था। वह कभी दान नहीं करता था। गरीबों की कमाई से अपनी तिजोरी भरता था। उसने मरते वक्त एक बूढ़ी गाय जो आजकल में मरने वाली थी एक ब्राह्मण को दान कर दी। बनिया मर गया तथा ब्राह्मण के घर पहुँचते ही वह गाय भी मर गई.....
जादुई मोती हिन्दी कहानी।
पुराने समय की बात है। एक महात्मा थे, सिद्ध और विवेकशील। मार्ग में एक बार उन्हे पड़ा हुआ एक पैसा मिला। महात्मा ने उसे झुककर उठा लिया। परन्तु वे सोचने लगे, भिक्षा में मुझे भोजन तो मिल जाता है। फिर क्यो मैंने यह पैसा उठा लिया......
मूर्ख सेठ हिन्दी कहानी
बहुत पहले की बात है। एक गाँव में एक सेठ रहता था। वह कंजूस होने के साथ-साथ मूर्ख भी था। उसे अपने जमा किए हुए सिक्को की गिनती तक नहीं थी। अपने अनगिनत सिक्को के ढेर को देखकर ही वह खुश रहता था.....
लालच बुरी बला हिन्दी कहानी
एक ग्राम में दीन दयाल नाम का एक पंडित एवम् उसकी पत्नी रहती थी। उसकी कोई संतान नहीं थी। इसलिए पंडित जी पूजन करके कुछ पैसा प्राप्त कर लेते थे। एक दिन अमावस्या को पंडित जी को गाँव में कथा कराने जाना था.....
सयानी बकरी हिन्दी कहानी
एक जंगल था। खूब घना। लम्बा चौड़ा और सुन्दर। उसमें तरह-तरह के जानवर रहते थे। जंगल के बीच में घास के लम्बे चौड़े मैदान थे। जहाँ ढेर-ढेर हिरन नील गाय, जंगली भैसे चरते रहते थे। उन्ही के बीच एक जंगली बकरी भी रहती थी। बकरी अकेली नहीं थी। उसके तीन प्यारे-प्यारे बच्चे भी थे। सफेद, काले भूरे चिंगो वाले थे। ये बच्चे बड़े प्यारे थे......
सच्चा उत्तराधिकारी हिन्दी कहानी
रघुवीर नामक एक राजा था। उसके दो पुत्र थे। अजय एवम् विजय दोनो पुत्र जुड़वा पैदा हुए थे, इसलिए राजा समझ नहीं पा रहा था किसे अपना उत्तराधिकारी चुने। राजा ने मंत्री से सलाह की। मंत्री ने कहा “महाराज दोनो कुमार एक दूसरे से बढ़कर है...
स्वार्थ का फल हिन्दी कहानी
किसी गाँव में एक ऊँट और एक सियार साथ-साथ रहते थे। वे साथ-साथ भले ही रहते थे किन्तु उनमें कोई गहरी दोस्ती भी नहीं थी। वे केवल पड़ौसी की भाँति ही रहा करते थे। उस गाँव के पास ही एक नदी बहती थी...
सच्चा त्याग हिन्दी कहानी
एक समय की बात है, राजा विक्रमादित्य के राज्य में अचानक सूखा पड़ गया। शहर के सभी बड़े तालाब, कुएं आदि सूख गये। यहाँ तक कि बड़ी-बड़ी बावड़ियो में भी पानी कतऊ नहीं रहा। पानी की तलाश में लोग इधर-उधर भटकने लगे मगर पानी न मिला...
अनोखी कहानी||अनोखी शर्त
सूर्यकान्त नामक एक राजा था। उसकी एक पुत्री थी नाम था रूपमती। राजकुमारी बचपन से ही चतुर बुद्धिमान थी। राजकुमारी जब बड़ी हुई तो राजा को उसके विवाह की चिन्ता सताने लगी। राजा चाहते थे कि रूपमती को ऐसा वर मिले जो चतुराई और बुद्धिमत्ता में उससे काफी तेज हो...
वफादर तोता
एक लकड़हारा था बिल्कुल अकेला। वह रोज जंगल जाता। लकड़ी काटकर लाता और उसे बेचकर अपना पेट भरता था। एक दिन की बात है। जंगल में उसे एक घायल तोते की आवाज सुनाई पड़ी। दरअसल तोता कंटीली झाड़ी में फंसा हुआ था...
वफादर तोता
एक राजा था। वह बड़ा अत्याचारी था। आये दिन वह निर्दोष अपराधियों को कड़ी सजा देता था और खजाने का सारा पैसा अपनी विलासिता में खर्च कर देता था। जब आधा खजाना खाली हो जाता था तब वह प्रजा के ऊपर अन्याय करता तथा कर लगाता कर लगाकर पैसा वसूल करता था। राजा के अत्याचार से प्रजा बहुत दुुखी थी...
बुद्धिमान व्यक्ति
एक गरीब किसान के दो पुत्र थे। दोनो में परोपकार की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी। अपने आवश्यक कार्यों को छोड़कर भी दोनो लाचार व्यक्तियों की सेवा में लगे रहते थे, जिसके कारण किसान पिता उन्हे रोज डाटते-फटकारते रहते थे। अपने बच्चों को काम के प्रति लापरवाही बरतते देख उसके पिता ने उन्हें घर छोड़ने की आज्ञा दे दी...
1 Comments
Nice stories
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