बिना साहस, कैसे बढ़ेंगे?
हमारे जीवन में साहस की क्या जरूरत है? क्या इसके बिना जिंदगी नहीं जी जा सकती?
आपके हर सवाल का जवाब लेखक और राजनीतिज्ञ विस्टन चर्चिल के इस विचार से मिल जाएगा,
साहस को मानवीय गुणों में सबसे पहले सम्मानित किया जाता है, क्योंकि यह वह गुण है,
जो अन्य सभी गुणों को आपके अंदर लाता है। इसलिए जीवन में साहस का होना भी जरूरी
है। कुछ उपाय, जो साहस को बढ़ाएंगे।
खुद से पूछें
जब इच्छा मजबूत होती है, तो आपको आगे बढ़ने के लिए भीतर से प्रोत्साहन मिलता
है, उस चीज को करने की शक्ति मिलती है, जो वास्तव में आपके लिए मायने रखती है। इसलिए
खुद से पूछें कि आप कोई काम क्यों करना चाहते हैं? जितना अधिक इन पर ध्यान
केंद्रित करेंगे, उतना ही साहसी महसूस करेंगे।
हर सप्ताह की एक चुनौती
हर सप्ताह एक छोटी-सी बीत या कार्य करने के लिए अपने आप को चुनौती दें, जिसमें
थोड़ा डर और जोखिम की जरूरत हो। कुछ भी ऐसा, जो आपको थोड़ा परेशान करता है। जब आप
ऐसे छोटे-छोटे कामों में हिम्मत से काम लेने लगेंगे, तो आपको बड़े कार्यों में भी
सफलता मिलेगी।
गहरी सांस लें
जब कभी किसी चीज को लेकर मन में भय का
अनुभव हो, तो इस स्थिति में सबसे पहले सचेत रूप से एक गहरी सांस लें। ऐसा करना
आपको अधिक आत्मविश्वासी महसूस कराएगा। जैसे-जैसे सांस धीमी और गहरी होती जाती है,
मन अधिक शांत हो जाएगा। गहरी सांस लेने से आप उस पल में मौजूद रहेंगे। साथ ही अतीत
की यादों, विचारों और विश्वासों को अपने दिमाग में चलने से रोक पाएंगे।
विचारों को लिखें
अपनी झिझक को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका, अपने नकारात्मक विचारों को कागज
पर व्यक्त करना है। अपनी सभी भावनाओं, मन में चल रही रुकावटों व डर जो आप अनुभव कर
रहे हैं, अपनी सभी भावनाओं मन में चल रही रुकावटों व डर जो आप अनुभव कर रहे हैं,
उन्हें लिखकर व्यक्त करें। एक बार जब आपकी भावनाएं कागज पर आ जाती हैं, तोवे आमतौर
पर जल्द ही दिमाग से निकल जाते हैं। इन भावनाओं को लिखने के बाद कागज को फाड़ कर
फेंक दें। फिर एक नया पेपर लें उसपे लिखें कि आप क्या करना चाहते हैं।
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