डायबिटीज है, तो करें ये योगासन
इन दिनों ज्यादातार लोगों की शारीरिक
गतिविधियां बहुत कम हो चुकी हैं। संक्रमण के डर की वजह से लोग जरूरी काम के लिए ही
घर से निकल रहे हैं। ऐसे में उन लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है, जिन्हें
डायबिटीज है। बाहर नहीं जा सकते, लेकिन योग की मदद से अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित
तो रख सकते हैं, जैसे सूर्य नमस्कार, भुजंगासन, अर्धमत्स्येंद्रासन, शलभासन,
कूर्मासन, पश्चिमोत्तासन, योग मुद्रा, अपान मुद्रा, उड्डयान बंध, नौली क्रिया,
कपालभाति, धनुरासन और सुप्त वज्रासन।
अर्धमत्स्येंद्रासन
बाएं पैर को घुटने से मोड़ कर एड़ी को नितंब के साथ लगा दें। दाएं पैर को
घुटने के ऊपर से ले जाते हुए भूमि पर रखें। पांव का पूरा पंजा घुटने के आगे न ले
जाएं। दायां घुटना छाती के मध्य में रहे। बाएं घुटने से हाथ ऊपर ले जाते हुए पैर के अंगूठे को पकड़ लें। पीठ को
सीधा रखते हुए गर्दन को घुमा कर श्वास भरते हुए ठोड़ी को दाएं कंधे की ओर ले जाएं।
दोनों कंधे रेखा में हों। अपनी शक्ति के अनुसार इस आसन में रुकें। फिर यही क्रिया
दूसरी ओर से भी करें। कम से कम दो बार करें। इस व्यायाम को नियमित रूप से किया
जाए, तो यह डायबिटीज, पीठ दर्द, फेफड़ों व ह्रदय के लिए अच्छा है।
उड्डयान बंध
पद्मासन
या सुखासन में बैठ कर पूरी श्वास बाहर निकाल, पेट को भीतर सिकोड़ कर ऊपर की ओर
खींचे। नाभि तथा आंते पीठ की तरफ दबाएं। इस तरह से कि पेट के स्थान पर गढ्डा-सा
दिखाई देने लगेगा। फिर कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहें। इसे उड्डयान बंध आसन कहते
हैं। यह डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाण तो है ही, इससे कब्ज की भी शिकायत दूर होती
है और भूख खुलकर लगती है। इससे पेट का मोटापा भी कम होता है। लेकिन अल्सर,
हर्निया, दिल के मरीजों और हाई ब्लडप्रेशर के रोगियों के लिए शलभासन और उड्डयान
बंध मना है।
खानपान में करें बदलाव
1.
जो भी डायबिटीस से पीड़ित हैं,
उन्हें अपने खाने में मीठा, तली हुई चीजें, मांस-मछली, चावल, आलू, केला, आम आदि
चीजों को शामिल नहीं करना चाहिए।
2.
भोजन में ताजी हरी-पत्तेदार
सब्जियां, करेला, चौलाई, सरसों का साग, तोरी, बैंगन, आंवला, जामुक, मेथी, गुलर आदि
को शामिल करें। भोजन के उपरांत तुरंत न सोएं।
3.
आधा कप पानी में 5-10 ग्राम साबुत
मेथी रात में भिगो दें। सुबह मेथी को मसल कर चबाएं और पानी पी लें। कार्बोहाइड्रेट
और वसा की अधिकता वाली चीजें न खाएं।
रोजाना खाली पेट लहसुन की दो कलियां पानी के साथ निगल कर अपने दिन की शुरुआत करें।
इससे ब्लडप्रेशर की शिकायत नहीं होगी।



0 Comments