रहना है स्वस्थ, तो मन को करो राजी
2. यदि आप ध्यान के लिए नए हैं, मन को व्यस्त रखने का एक आसान और प्रभावी तरीका है सांसों पर ध्यान केंद्रित करना। जब मन सांस के अंदर आने और बाहर जाने में व्यस्त हो जाता है, तो यह आपको अनावश्यक विचारों से परेशान नहीं करेगा। आप बेहतर ध्यान केंद्रित करने और अधिक प्रभावी ढंग से ध्यान करने में सक्षम होंगे।
3. आंखें आधी खुली रखें और और अपनी नाक की नोक पर ध्यान केंद्रित करें। बायें नथुन से सांस लें, दाएं को दाहिने अंगूठे से बंद करें। जैसे ही सांस अंदर जाती है, दिव्य चेतना के साथ एक होने के विचार पर चिंतन करें, फिर बायें नथुने को बंद कर दाएं से सांस छोड़ें। जैसे-जैसे आप सांस छोड़ते हैं, अपने मन और शरीर से संदेह और भय को बाहर निकालते हुए, पुराने विचारों और संकीर्ण तरीकों को दूर करने पर चिंतन करें। सांस को इस तरह से धीरे-धीरे अंदर और बाह र निकालते रहें। जब तक कि सांस और आफके द्वारा अनुभव की जा रही चीजें पूरी तरह से ऑटोमैटिक प्रक्रिया की तरह सहज न हो जाएं।
4. आपको अपने अभ्यास में अनुशसित और लगातार बने रहने की आऴश्यकता है। ध्यान के लिए रोजाना एक विशिष्ट समय चुनें और सुन्श्चित करें कि आप इस समय को न बदलें। अधिक सफलता के लिए भगवान से प्रार्थना करना सबसे अच्छा है। आपको सबसे अधिक प्रभावी ढंग से ध्यान करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन होगा।

0 Comments