(OCD)
Obsessive Compulsive Disorder
ओसीडी एक ऐसी बीमारी जो आपको आपके परिवार, दोस्त या आस-पास किसी को भी हो सकती है। जिसके बारे में आपको बिल्कुल भी अंदाजा नहीं होता है। ओसीडी भी एक ऐसी बीमारी है जिस इंसान में हो उस इंसान को ही नहीं पता होता कि उसे एक मेंटल बीमारी है। जिसका इलाज कराना जरूरी है। तो पड़ते रहिए इस पोस्ट को हम आपको पूरी जानकारी देंगे इस बीमारी के बारे में।
ओसीडी क्या हैैै?
ओसीडी का पूर्ण रूप है (Obsessive compulsive disorder) ये एक प्रकार का दिमाग में डिसऑर्डर होता है। जो किसी को भी हो सकता है छोट हो या बड़ा।
यह एक चिंता करने वाली बीमारी है,
जिसमें पीड़ित शख्स किसी बात की जरूरत-से-ज्यादा चिंता करने लगता है। एक ही जैसे अनचाहे ख्याल उसे बार- बार आते हैं और एक ही काम को बार-बार दोहराना चाहता है। ऐसे लोगों को सनक वाले ख्याल आते हैं और अपने बिहेवियर पर कोई कंट्रोल नहीं होता। ऐसे मरीज न खुद को रोक पाते हैं, न ही बेफिक्र रह पाते हैं। जैसे कोई सूई पुराने रेकॉर्ड पर अटक जाती है,
वैसे ही ओसीडी से दिमाग किसी एक ख्याल या काम पर अटक जाता है। मसलन, यह कन्फर्म करने के लिए कि गैस बंद है या नहीं,
आप 20
बार स्टोव की नॉब चेक करते हैं। तब तक हाथ धोते रहते हैं, जब तक कि वह छिल न जाए या भगवान के किसी पोस्टर को देखकर बार-बार सिर झुकाते हैं,
जब तक कि आपको संतुष्टि न हो जाए।
समझें ओसीडी को
लक्षण और पहचान
ऑब्सेसिव ख्याल
- कीटाणुओं, गंदगी आदि के संपर्क में आने या दूसरों को दूषित कर देने का डर।- किसी और को नुकसान पहुंचने का डर।
- सेक्स संबंधी बुरे और हिंसक ख्याल या इमेज दिखना।
- धर्म या नैतिक विचारों पर पागलपन की हद तक ध्यान देना।
- क्रम और समानता को लेकर यह सोचना कि सब कुछ परफेक्ट होना चाहिए।
- किसी चीज को भाग्यशाली या दुर्भाग्यशाली मानने का अंधविश्वास।

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GREAT
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