तनाव के घेरे में सांसों का मंत्र
कई बार कोशिश करने के बाद भी निराशा साथ नहीं छोड़ती। तो फिर क्या करें कि
अपना चित्त शांत हो। तो इसका जवाब है ‘योग’। इससे सांसों की लय में संतुलन आएगा व
मन तनाव मुक्त होकर धीरे-धीरे शांत होने लगेगा।
करें यौगिक श्वसन
इस योग क्रिया से दिमाग में ऑक्सीजन का प्रवाह तेज होता है और जब दिमाग को
अधिक ऑक्सीजन मिलेगी, तो निश्चित तौर पर महसूस करेंगे। सबसे पहले सांस लेते हुए
पेट को फुलाएं और इसके बाद पसलियों को फैलाएं। इसके बाद छाती के ऊपरी हिस्से की ओर
से धीरे-धीरे सांसे छोड़े।
नाड़ीशोधन प्राणायाम
यह तनाव कम करने का सबसे अच्छा उपाय है। इसे 5-10 सेट दिन में 2-3 बार करें।
पद्यासन मुद्रा में बैठें अपनी बायीं
नासिका से श्वास भरें और दायीं से छोड़ें। फिर दायीं से भरें व बायीं से छोड़े।
5-7 मिनट इसका अभ्यास करें। कोशिश करें कि जितना समय श्वास लेने में लगे, उतना ही
समय श्वास छोड़ने में भी लगे। अब एक के बाद एक नासिका से सांस लेना व छोड़ना जारी
रखें। इस पूरी प्रक्रिया को एख बार में 5-7 मिनट तक करें। इस दौरान आंखें बंद रखें
और बिना दबाव के मुक्त मन से गहरी सांस ले। तनाव कम महसूस होगा।
अधोमुख श्वानासन
यह आसन रिलैक्स होने में मदद करता है और दिमान को शांति प्रदान करता है।
अधोमुख श्वानासन देखने में बिल्कुल वैसा ही दिखता है, जब कोई कुत्ता इसी मुद्रा
में शरीर की थकान मिटाने के लिए स्ट्रेचिंग करता है। जमीन पर पेट पेट के बल लेट
जाएं और हथेलियों को अपनी छाती के बगल में टिका लें। अपनी कमर को ऊपर की ओर ले
जाते हुए हाथों और पैरों पर खुद को टिका लें। उल्टा वी आकार में। लेकन इसमें आपकी
एड़िया जमीन पर रहेंगी। सांस की गति सामान्य रखते हुए अब इसी अवस्था में कुछ देर
तक बने रहें।
बालासन
यह शरीर की खोई हुई ऊर्जा को वापस लौटाने और दिमाग को शांत करने वाला असरदार
आसान है, जो पूरे शरीर को आराम प्रदान करता है। सबसे पहले दोनों पैरों के तलवे ऊपर
की ओर रहेंगे, यह ध्यान रखें। बकी पूरा शरीर सामने की ओर नीचे झुका लें, कुछ इस
तरह से कि सिर नीचे की तरफ हो जाए और माथा धरती को छू जाए, जैसाकि चित्र में
दिखाया गया है। हाथ आगे की ओर फैला लें। अब सामान्य गति से सांस लेते रहें। कुछ
देर इसी अवस्था में रहें। इससे आपके मन में सकारात्मक भावनाओं का संचार होता है।





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