लोटे का महत्व
नमस्कार मित्रों.. आज मैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से स्वस्थ रहने के ऐसे नियम के बारे बताने जा रहा हूँ जो वर्षों पहले हमारे भारत के महान ऋषि वागभट्ट जी ने अपनी पुस्तक अष्टांगह्रदय में लिखा था। जिनको पुनः राजीव दीक्षित जी के द्वारा बताया गया था। गिलास भारत का नहीं है, गिलास यूरोप से आया है, और यूरोप में पुर्तगाल से आया है। भारत का लोटा है। लोटा जो गोलाकार में होता है। लोटा कभी भी एक रेखिय नहीं होता है। एक रेखिय बर्तन अच्छे नहीं होते हैं। लोटे में पानी रखने से पात्र का गुण पानी में आ जाता है। हर गोल चीज का सर्फेसटेन्सन कम है क्योंकि गोल वस्तुओं का सर्फेस एरिया कम है। अतः पानी का भी सर्फेसटेन्सन गोल वस्तु यानी लोटे जैसी आकार की वस्तु में कम होगा।
सर्फेसटेन्सन अधिक की कोई भी खाने या पीने से वस्तु स्वास्थ की दृष्टि से बहुत खराब होती है। क्योंकि इसमें शरीर को दबाब देने वाला अतिरिक्त दबाव इसके माध्यम से आता है।
पानी का सबसे बड़ा गुण है सफाई करना। अधिक सर्फेसटेन्सन का पानी बड़ी आंत और छोटी आंत की सफाई अच्छी तरह नहीं कर पाता है।
कम सर्फेसटेन्सन की वस्तु शरीर पर लगने से वह त्वचा के मुह को थोड़ा अधिक (दूसरी स्थिति में) खोल देती है, जिसके कारण कचरा शरीर के बाहर आसानी से निकल जाता है। इसी प्रकार कम सर्फेसटेन्सन का पानी बड़ी आंत और छोटी आँत के सर्फेसटेन्सन का पानी बड़ी आंत और छोटी आँत के सर्फेसटेन्सन को कम कर देता है जिससे बड़ी आँत और छोटी आँत का मुँह थोड़ा अधिक खुल जाता है, जिसके कारण ज्यादा से ज्यादा कचना इसने बाहर यानी शरीर के बाहर निकल जाता है। इसी के विपरीत ज्यादा सर्फेसटेन्शन का पानी आँतो का सर्फेसटेन्शन बढ़ेगा जिसके कारण आँते सिकुडेंगीं और आँतो में से कचरे की सफाई ठीक प्रकार से नहीं हो पायेगी। तनाव बढ़ने से कोई भी चीज सिकुडती है और तनाव घटने से कोई भी चीज खुलती है। इसी कचने के कारण शरीर में मूल़व्याध, भगंदर जैसे रोगो की स्थित ज्यादा बढ़ती है।
इसलिए हमेशा गोल वस्तुओं में रखा पानी पीना चाहिए। क्यों कि सभी गोल चीजों में रखा हुआ पानी सर्वोत्तम होता है। चाहे वह लोटा, कुआँ, तालाब, पोखरा का ही पानी क्यों न हो। ज्यादा खराब पानी समुद्र का है।
बारिश का पानी गोल होकर ही निचे आता है इनका सर्फेसटेन्शन कम होता है। हर
ठण्डे पानी का सर्फेसटेन्सन बड़ा हुआ होता है और हर गुनगुने पानी का सर्फेसटन्शन कम होता है।
याद रखें, यदि आप इन नियमों को अपने जीवन में उतारते हैं। तो, आपको स्वस्थ रहने से कोई नहीं रोक सकता। जीवन का मूल धन ही स्वस्थ रहना है और हमें स्वस्थ रहने का पूर्ण प्रयास करना चाहिए। इसलिए आपसे प्रार्थना है कि आप इन नियमों का ध्यान पूर्वक पालन करें और अपने परिवार व मित्रों तक यह बात अवश्य पहुँचाये। धन्यवाद।।

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